दिल की ख़्वाहिश : कश्मीर
इस दिल की सारी ख्वाहिश पूरी हो जाती
काश हमे हमारी किस्मत कश्मीर ले जाती ।।
रास्ते मे हम तुम यू ही बाते करते जाते
जो कुछ हमको मिलता हम खूब मजे से खाते।।
खाकर ही खुश होते हम फिर आगे सफर में जाते
देख देख कर हरियाली हम दिल से खिल खिल जाते।।
यू ही हस्ते गाते हमको अपनी मंजिल मिल जाती
काश हमे हमारी किस्मत कश्मीर ले जाती ।।
वहां की ठंड फिजाओ में हम भी सिहर सिहर से जाते,
स्वेटर पहनें शॉल ओढ़कर भी हम थोड़े से कंपकपाते
वहां की जन्नत देख फिर नदियो में हम नवका की शैर लगाते
भूख जो लगती हमको तो हम तुम ढेरों सेब खाते ।।
ऐसे ऐसे अनुपम छटा तुम देख देख मुस्काती
काश हमे हमारी किस्मत कश्मीर ले जाती।।
रंग बिरंगे कपडे पहन हम भी थोड़े मजे कर लेते
नाच गा कर हस हँसाकर सबको खुश कर देते
और बाजारों में घूम घूम हम कुछ मिठाई भी खा लेते
ऐसे ही मस्त वादियों में हम भी थोडे से पल जी लेते
तब स्वप्न भरे जन्नत देख हमारी तकदीर भी खिल जाती
काश हमे हमारी किस्मत कश्मीर ले जाती।।
- मोतीराम.
2 comments:
ले जाएगी ज़िंदगी जरूर आपको एकदिन वहां
कहता है धरती का स्वर्ग जिसे सारा जहाँ।
हो जाएंगी आपकी सारी ख्वाहिशें पूरी
कदमों में होगा एक दिन आपके सारा जहां।
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