मैने जब जब तुमको सोचा है,
हर एक पल बस तुमको सोचा है।
जीवन में जो अनमोल समय थे,
उस क्षण भी बस तुमको सोचा है।
जीवन की ये रंगीन नजारे, आज दिखे हैं हमको सारे,
तेरी सुधियों की डगर में, बैठा हूँ बस राह निहारे।
कोमल चरण तुम्हारे जब भी चौखट पार लगाएंगे,
बाँह में आने की आतुरता तुमको बहुत सताएंगे।
तब तुम भी सामझोगी कैसे
मैने अश्कों को रोका है ,
मैंने जब जब तुमको सोचा है
हर एक पल बस तुमको सोचा है।
जीवन में जो अनमोल समय थे,
उस क्षण भी बस तुमको सोचा है।
तेरी जुल्फों की खुशबू से आज फिजा भी महक उठी है
वर्षों से चुप बैठी जो कोयल आज खुद ही चहक उठी है।
तेरी हँसी की ठहाकों से आज नया उपवन खिला है,
इतने दिनों से सोये मन मे आज नया जीवन खिला है।
इस जीवन में मैंने अक्सर
खुद को खुद में झोंका है,
मैंने जब जब तुमको सोचा है
हर एक पल बस तूमको सोचा है।
जीवन में जो अनमोल समय थे,
उस क्षण भी बस तुमको सोचा है।
मैंने जब जब ......
~ मोतीराम 💝
2 comments:
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