तू संघर्ष कर आगे बढ़ तो सही
तू मार कर जीतेगा
तू प्रेरणा के दीप जला तो सही
तू हार कर जीतेगा
तू अपनी इरादों में जान डाल तो सही
तू इंतिज़ार कर जीतेगा
तू अपनी हिंम्मत को पहचान तो सही
तू दहाड़ कर जीतेगा
तू अपनी जुबां पर एतबार कर तो सही
तू पुकार जर जीतेगा
हिम्मत की कसौटी को पुकार तो सही
तू हर मुकाम पर जीतेगा
भावनाओ में अपनी कोमलता ला तो सही
तू हर इंसान को जीतेगा
अपने आप को पहले पहचान तो सही
तू हार कर जीतेगा
हथौड़ा अपनी पत्थर पर मार तो सही
तू हर वार पर जीतेगा
तू दहाड़ कर जीतेगा
तू पुकार कर जीतेगा
तू हार कर जीतेगा।।
✍ मोतीराम
(युवा लेखक)
2 comments:
Badiya h bhai
Thankyou
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