फूल कोई तुम्हे भी मिल जाएगा
सब्र थोड़ा करो वह खिल जाएगा
राह में उनसे हसकर मिलो तो जरा,
जख्म दिल के सभी सील जाएगा।
तुमको पा लेना बस तो मुनासिब नही
तेरा हो जाना बस तो मुनासिब नही
यू तो दुनिया बहुत बड़ी हो गई,
दो कदम साथ चल ले मुनासिब नही।
एक मैं हूँ और तुम मेरे साथ हो
हाथ मेरे सदा ही तेरे हाथ हो
आज कल तो यूही बीत जाएगा सुन,
है ये ख्वाहिश की तुमसे उम्रभर बात हो।
ये जवानी के दिन भी तो कुछ खास है
दिल मे रहता अलग ये अहसास है।
चाहे कितना भी करलो जतन रात दिन
पर ये दिल है इसकी सदा ही कुछ प्यास है।
पास मेरे कभी तुम आओ तो सही
प्यार की गीत कोई सुनाओ तो सही
ये सफर जिंदगी ऐसे चलता रहे
बैठ कर साथ तुम कुछ सुनाओ तो सही।।
तुम्हरे चेहरे में ये जो अलग बात है
रोज होती ये दिल की मुलाकात है।
तुमको देखे बिना चैन आये तो कैसे,
एक तू ही तो मेरी खुशियों की सौगात है।
मोतीराम